तालों में बंद था प्रेस क्लब_खुलने पर सुन्दरकाण्ड का आयोजन

प्रेस क्लब में तालाबंदी मामला_पुराने निजाम की बहानेबाजी से तंग आकर बागी गुट ने बदल दिए ताले

दृष्टि बाधित छात्रों ने किया सुन्दरकाण्ड का संगीतमय पाठ

पिछले दिनों हुए शहर के पत्रकारों के बीच हुए विवाद के बाद बहुत दिनों से सुनसान पड़े प्रेस क्लब में हनुमान जन्मोत्सव पर सुन्दरकाण्ड का पाठ और भंडारा आयोजित होने के साथ प्रेस क्लब के तालों का खुलना जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे कलमकारों के लिए भीषण गर्मी में राहत प्रदान करने जैसा है इससे पहले प्रेस क्लब में हुए विवाद और वरिष्ठ पत्रकार सुरेश सम्राट के अनुसार विवाद का पटाक्षेप का होने के बाद भी यहाँ काबिज लोगों द्वारा प्रेस क्लब में लगाए गए ताले इस दिखावे के समझौते की कलई खोल रहे थे। सुनिए कि प्रेस क्लब में हुए समझौते के बाद सुरेश सम्राट ने किस पर लगाए थे गंभीर आरोप,क्यों उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब के पूर्व सचिव स्वर्गीय रामकिशन कटारे की बलि ली गई सुनिए और देखिए खास सुरेश सम्राट के साथ खास चर्चा।

जय श्री राम जय हनुमान जय बजरंगबली के जय घोष से गूँजा ग्वालियर का प्रेस क्लब, हाल ही में ग्वालियर के कलमकारों के बीच हुए विवाद के बाद कई दिनों तक सूने पड़े ताले आखिरकार बदल दिए गए
आपको बता दें कि प्रेस क्लब पर वर्षों से काबिज पत्रकारों के एक धड़े की नाराजगी के बाद प्रेस क्लब को काफी दिनों तक तालाबंदी झेलनी पड़ी। लेकिन कुछ युवा पत्रकारों ने एक वरिष्ठ पत्रकार के नेतृत्व में प्रेस क्लब के तालों को बदला और इसके तुरंत बाद यहाँ हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर एक बहुत खास सुंदरकांड का आयोजन किया गया। पवन सुत हनुमान जन्मोत्सव पर दृष्टि बाधित छात्रों ने सुंदरकांड का संगीत में पाठ किया। ग्वालियर के प्रेस क्लब में पहली बार दृष्टि बाधित छात्रों द्वारा ब्रेल लिपि में लिखी गई रामायण के माध्यम से हनुमान जी का पाठ किया गया। वाद्य यंत्रों पर चलती हुई उंगलियों को देखकर कोई नहीं कह सकता कि यह छात्र दृष्टिबाधित हैं यह छात्र किसी भी प्रोफेशनल आर्टिस्ट की तरह कला में पारंगत नजर आए। इस आयोजन में शहर के लगभग एक सैकड़ा से अधिक पत्रकार गण उपस्थित रहे और सुंदरकांड के बाद भंडारे प्रसादी का आनंद भी लिया।

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