भाजपा विधायक ने कहा पानी की कमी जनता त्राहि त्राहि कर रही
प्रभारी मंत्री ने किया कबूल_नदी नालों पर अतिक्रमण कर काट दीं कॉलोनियाँ
एंकर -: ग्वालियर में पानी खाद बीज को लेकर ग्रामीण इलाकों में त्राहि त्राहि मची है और सरकार है कि नल जल योजना के नाम पर केवल पाइप ही खरीद पाई है। ये आरोप है ग्वालियर के प्रभारी मंत्री की बैठक में शामिल हुए भाजपा विधायक मोहन सिंह राठौर का। वहीं प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने भी मध्यप्रदेश सरकार की जल गंगा संवर्धन योजना के तहत जल संरक्षण मुहिम को नाकाफी मानते हुए ये स्वीकार किया है कि एक समय ग्वालियर की जीवनदायिनी रही स्वर्णरेखा नदी पर हो रहे अतिक्रमण को सरकार अब तक रोकने में नाकाम रही है।
दरअसल ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने ग्वालियर दौरे पर विकास कार्यों की समीक्षा के लिए ग्वालियर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बैठक ली। इस दौरान बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने क्षेत्र की समस्याओं पर प्रभारी मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। ग्वालियर के भितरवार विधानसभा के विधायक मोहन सिंह राठौर ने तुलसी सिलावट को ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कई वर्षों से आ रही पेयजल समस्या के बारे में जानकारी दी। उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को लेकर त्राहि त्राहि मची है लेकिन सरकार द्वारा नल जल योजना के टेंडर जारी होने के बाद भी अब तक केवल पाइप ही खरीदे जा सके हैं इस देरी के चलते सरकारी दावों की पोल खुल रही है। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर सभी विकास कार्यों की समीक्षा करने के साथ पहले से चल रहे कार्यों के लिए जरूरी दिशानिर्देश दिए हैं। सिलावट का कहना है कि एक मई से ग्वालियर को हर रोज पानी दिया जाएगा। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत हम पानी की एक एक बूंद को बचाने का काम करेंगे। अब ये अभियान कितना सफल हो पाता है ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन ये तय है कि इस अभियान के तहत शहर के हर चौराहे गली नुक्कड़ और शासकीय कार्यालयों में लगे बड़े बड़े होर्डिंग के बहाने जनता के पैसे की बर्बादी जरूर हो रही है और नदी नाले कुएँ बावड़ियों पर भू माफियाओं का कब्जा भी बरकरार है।
