ग्वालियर चम्बल का अगला बॉस कौन…?

अगला बॉस कौन…..?
बॉस के बड़े बेटे पर आरोप लगने‌ के बाद क्या छोटे बेटे पर दांव लगाने की तैयारी…


देखिए वीडियो….

सुसभ्य सुसंस्कृत सरल सुमधुर सुयोग्य कहलाने वाले मर्यादा में रहने वाले राम पर जरा से आरोप क्या लगे वे तो राजनीतिक परिदृश्य से ही गायब हो गए। बॉस की राजनीतिक विरासत के एकमात्र हकदार माने जाने वाले बड़े अब कम ही नजर आते हैं। अब वजह चाहे जो हो लेकिन पिछले दिनों हुई छीछालेदार के बाद अब बॉस के दूसरे उत्तराधिकारी ने बंगले की कमान सम्हाल ली है। कार्यकर्ताओं से लगातार मेल मिलाप का दौर शहर में बिना किसी इवेंट के छोटे कुंवर के बड़े बड़े होर्डिंग इस बात की गवाही दे रहे‌ हैं। हालांकि बॉस के दोनों ही आँखों के तारे सुसभ्य सुसंस्कृत और सरल नजर आते हैं लेकिन क्षत्रियता की प्रकृति और संस्कार भी दोनों में कूट कूट कर भरा गया है। बड़े वालों को दुनिया ने देखा लिया अब बारी है छोटे वाले की जिनके बारे में एक पुरानी कहावत याद आती है कि “देखत में छोटे लगें घाव करें गंभीर” तो भैया अब राजनीतिक मैदान कौन किससे बाजी मारेगा ये तो समय ही बताएगा।

बॉस के बड़े बेटे पर आरोप लगने‌ के बाद क्या छोटे बेटे पर दांव लगाने की तैयारी…

क्या ग्वालियर के‌ कथित बॉस के बेटे राम का हजारों करोड़ के वीडियो जनता में आने के‌ बाद अब छोटे कुंवर पर दाँव खेलने की तैयारी है…?
ये सवाल तब उठता है जब गाहे बगाहे नेताओं के साथ मंच पर नजर आने वाले बड़े वाले राम अब कम ही नजर आते‌ हैं वहीं जो छोटे कुंवर हैं उनका प्रताप कार्यकर्ताओं में सिर चढ़कर बोल‌‌ रहा है, बड़े मंझले और छोटे कार्यकर्ताओं का बंगले पर आना जाना छोटे कुंवर को अपनी व्यथा सुनाना, कुंवर का भी अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर अचानक से ढेरों फोटो चस्पा‌ करना यही दर्शा रहा है कि कुछ तो है जिसकी पर्दादारी है।
हालांकि ये भी जगजाहिर है कि भले अपने बड़े वाले की करनी का फल बॉस को भुगतना पड़ा हो लेकिन बिना बॉस की परमीशन के यहाँ पत्ता भी नहीं हिलता तो समझा जा सकता है कि बड़े भाई बेचारे सचमुच बड़े वाले बन‌‌ कर रह गए।
लगता है कि केवल यही वजह है कि अब छोटे कुंवर को आगे लाने‌ की तैयारी है। चूंकि छोटे वाले कार्यकर्ताओं के साथ अपने युवा मित्रों में काफी लोकप्रिय हैं और अपनी टीम को समय समय पर रोजगार व्यवसाय में भी‌ सहायता करते हैं जैसा कि सूत्र बताते हैं।
हाल ही में बॉस के बंगले पर हुई कार्यकर्ताओं की सुनवाई से इस तरह के सवाल उठ खड़े हुए हैं कि क्या बॉस की तरह छोटे कुँवर भी केवल पार्टी‌ की राजनीति करेंगे या फिर जनता की बातें भी करेंगे क्योंकि फिलहाल इन तस्वीरों से‌ तो यही‌ नजर‌ आ‌ रहा है कि जनता की जगह कार्यकर्ताओं की पूछ परख होने लगी है तो कोई बड़ा प्लान तो नहीं है ये जवाब अभी वक्त के गर्भ में छिपा‌ हो लेकिन समय बदलते देर नहीं लगती जैसा कि बड़े वाले राम का बदल गया था।